PM Ujjwala Yojana Gas KYC Online: एक ऐसी पहल है। जिसे भारत सरकार ने 2016 में शुरू किया था। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों तक LPG गैस कनेक्शन पहुंचना है। उज्ज्वला योजन का लाभ उठाने वाले उपभोक्ताओं को अब अपनी बायोमेट्रिक आधार प्रमाणीकरण (Authentication) /ई-केवाईसी (e-KYC) ऑनलाइन घर बैठे ही करने का विकल्प उपलब्ध है।
जान इस पोस्ट में क्या-क्या है।
1. PM Ujjwala Yojana Gas KYC Online: Overview
2. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना गैस KYC ऑनलाइन कैसे करें। जाने पूरी प्रक्रिया।
2.1 LPG Gas KYC क्या है?
2.2 LPG Gas KYC क्यों जरूरी है?
2.3 LPG Gas KYC मैं कौन सी जानकारी ली जाती है?
2.4 LPG Gas KYC कैसे होती है?
LPG Gas KYC क्या है?
LPG Gas KYC (Know your Customer) एक अनिवार्य सत्यापन प्रक्रिया है। जिसके तहत एलपीजी गैस उपभोक्ताओं की पहचान पाते और कनेक्शन से जुड़ी जानकारी को सही और अपडेट किया जाता हैं। इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य यह है। की गैस कनेक्शन वास्तविक व्यक्ति के नाम पर हो। और सरकार द्वारा दी जाने वाली गैस का लाभ सही लाभार्थी तक ही पहुंचें।
LPG Gas KYC मैं उपभोक्ता का आधार नंबर, मोबाइल नंबर उपभोक्ता संख्या और बायोमेट्रिक जानकारी (फिंगरप्रिंट या फेस ऑथेंटिकेशन ) के माध्यम से पहचान का सत्यापन किया जाता हैं। यह KYC भीम ऑनलाइन e KYC या ऑफलाइन गैस एजेंसी के माध्यम से पुरी की जा सकती है।
LPG Gas KYC न केवल फर्जी या डुप्लीकेट गैस कनेक्शन को रोकने में मदद करती है। बल्कि PM उज्ज्वला योजन जैसी सरकारी योजनाओं के के तहत मिलने वाली लक्षित सब्सिडी को जारी रखना के लिए भी आवश्यक होती है।
LPG Gas KYC क्यों जरूरी है?
LPG Gas KYC इसलिए जरूरी है। ताकि एलपीजी गैस कनेक्शन से जुड़ी जानकारी सही अपडेट और सत्यापित रहे। इसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है की गैस की सब्सिडी और सरकारी योजनाओं का लाभ केवल वास्तविक और पात्र उपभोक्ताओं को ही मिले।KYC भीम गैस वितरण व्यवस्था को पारदर्शी और सुरक्षित बनती है।
LPG Gas KYC जरूरी होने के मुख्य कारण निम्नलिखित है।
- गैस कनेक्शन धारक की पहचान का सत्यापन करने के लिए
- फर्जी और डुप्लीकेट गैस कनेक्शन को रोकने के लिए।
- गैस सब्सिडी सही लाभार्थी के बैंक खाते में पहुंचने के लिए
- PM उज्ज्वला योजना जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ जारी रखने के लिए।
- उपभोक्ता की जानकारी (नाम पता मोबाइल नंबर) को अपडेट रखने के लिए।
- गैस वितरण प्रणाली को पारदर्शिता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए।
LPG Gas KYC में कौन सी जानकारी ली जाती है
LPG Gas KYC प्रक्रिया के दौरान उपभोक्ता की पहचान और गैस कनेक्शन से जुड़ी जानकारी का सत्यापन किया जाता है। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके। की कनेक्शन सही व्यक्ति के नाम पर है। और सब्सिडी का लाभ वास्तविक उपभोक्ता को ही मिले। इसके लिए व्यक्तिगत और जानकारियां ली जाती है।
LPG Gas KYC मैं ली जाने वाली प्रमुख जानकारियां कुछ इस प्रकार है।
- उपभोक्ता का पूरा नाम।
- एलपीजी गैस उपभोक्ता संख्या।
- गैस कनेक्शन से जुड़ी ड़ी तेल विपणन कंपनी का विवरण।
- आधार नंबर (Aadhar number)
- आधार से लिंक मोबाइल नंबर।
- पता (Address)
- बायोमेट्रिक जानकारी (फिंगरप्रिंट या फेस ऑटमेटिकेशन)
- बैंक खाते से जुड़ी जानकारी
इन जानकारी के सत्यापन के बाद LPG Gas KYC पूरी मानी जाती है। और उपभोक्ताओं को गैस सब्सिडी एवं अन्य सेवाओं का लाभ बिना किसी रूकावट के मिल रहा है ।
LPG Gas KYC कैसे होता है?
LPG Gas KYC प्रक्रिया को सरकार और तेल विपणन कंपनियों ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए बहुत आसान बना दिया है। उपभोक्ता अपनी सुविधा के अनुसार यह KYC प्रक्रिया ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी माध्यम से पूरी कर सकते हैं। दोनों ही तारीख का उद्देश्य उपभोक्ता की पहचान को सत्यापित करना और सब्सिडी का लाभ सही व्यक्ति तक पहुंचना है।
LPG Gas KYC करने के तरीके निम्नलिखित हैं।
Online e-KYC :
- मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से की जा सकती है।
- आधार आधारित प्रमाणीकरण (फेस ओथेटिकेशन या बायोमेट्रिक ) से पूरी होती है।
- अपने एलपीजी कनेक्शन कंपनी के आधिकारिक अप या वेबसाइट के ज़रिए घर बैठे पुरी की जा सकती है।
Offline KYC:
- अपने नजदीक LPG वितरक (गैस एजेंसी) पर जाकर की जाती हैं।
- आधार कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेज साथ ले जाने होते हैं।
- एजेंसी पर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के जरिए KYC पुरी की जाती हैं।
इन दोनों तारीख को से किसी एक को अपनाकर LPG Gas KYC आसानी से पूरी की जा सकती है और उपभोक्ता को गैस सब्सिडी बनाने सेवाओं का लाभ बिना किसी बांध के मिलता रहा है।
LPG Gas KYC करने पर क्या होगा।
Gas KYC उपभोक्ताओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। खासकर PM उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए। यदि कोई उपभोक्ता समय पर अपनी KYC प्रक्रिया पूरी नहीं करता हैं। तो इस सब्सिडी से जुड़े लाभों में दिक्कत आ सकती है। हालांकि गैस सप्लाई पर इसका सीधा असर नहीं पड़ता।
गैस KYC न करने के परिमाण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं।
- उज्जवला योजना लाभार्थियों को मिलने वाली लक्षित सब्सिडी की रॉकी जा सकती है
- भविष्य में गैस सब्सिडी या अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने समस्या हो सकती है।
- उपभोक्ताओं का रिकॉर्ड अधूरा होने के कारण भुगतान या लाभ में देरी हो सकती है।
- केवल KYC न होने की स्थिति में गैस सिलेंडर की सप्लाई बंद नहीं की जाती।
- KYC पूरी करने के बाद ही रोकी गई सब्सिडी दोबारा मिलने की संभावना होती है।